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Sunday, 4 July 2021

CEMENT TEST APPAPATUS






 

CEMENT 1st page


 

STONE'S HIGHLIGHT'S







 

C.B.R. Test { सी० बी० आर०मान परीक्षण }








प्रयोग संख्या –

C.B.R. Test

सी० बी० आर०मान परीक्षण

1.      परिचय –

कैल्लिफोर्निया धारण अनुपात परिक्षण मूलतः सन 1929 में कैलिफोर्निया  ( अमेरिका) के महामार्ग विभाग ने विकसित किया था | जिसमे बाद में उसी देश की सेना की इंजीनियरिंग शाखा ने सुधार किया | सी०बी०आर०परिक्षण एक बेधन परिक्षण है | जो धावन पथों व महामार्गों के अधः स्तर की मृदा की कुटाई    उपुक्तता ज्ञात करने  के  लिए  किया  जाता  है | यह  परिक्षण  नम्य  पेवमेंट  की  सामग्री  की  जाँच  के  लिए  भी  किया  जाता  है | यह  परिक्षण  सामग्री  के  मूल गुणो से  सम्बंधित  शुद्ध  जानकारी  नहीं  देता है | किन्तु  नम्य पेवमेंट  के  डिजाइन  में  उपयोग  है |

2.     उद्देश्य-

अधः स्तर मृदा  का  कैलिफोर्निया धारण अनुपात ज्ञात  करना |

3.     उपकरण –

IS: 2720  (भाग XVI) – 1979 के अनुसार –

                                i.            सांचा- 150.0 मिमी ० आतंरिक ब्यास  तथा  175.0 मिमी ० ऊंचाई वाला धात्विक सिलिंडर , इसके साथ जोड़ा जा सकने योग्य धातु का 50.0 मिमी ० ऊँचा कालर, इसके साथ ही अलग की जा सकने योग्य छिद्रित आधार प्लेट जिसकी मोटाई 10.0 मिमी०हो | आधार प्लेट के छिद्रों का व्यास 1.5 मिमी० होनाचाहिए|

                              ii.            इस्पातीय कर्तन कालर , जो सांचे के साथ संयोजित किया जा सकता हो|

                            iii.            अंतराल चकती –148मिमी०व्यास तथा  47.7 मिमी० ऊंचाई की धात्विक चकती |

                           iv.            अधिभार वजन –धातु के 2.5 किग्रा० के खांचेदार भार  इनका व्यास 147 मिमी० होता है | भारों के मध्य में  53 मिमी० का छिद्र कटा होता है |

                             v.            डायल गेज –0.01 मिमी० की परिशुद्धता वाले दो डायल गेज |

                           vi.            47.5  मिमी०  तथा 20.0  मिमी० साइज की IS चालानियाँ|

                         vii.            बेधन प्लंजर – कम से कम 100.0 मिमी० लम्बा व 50.0  मिमी० व्यास का धात्विक प्लंजर |

                       viii.            कम से कम 500.0 किग्रा०भार लगा सकने में समर्थ मशीन जिसमें 1.25 मिमी० प्रति मिनट की दर से उर्धवाधर गति करने वाला प्लेटफार्म हो |

                            ix.            अन्य विविध उपकरण – जैसे मिश्रण ट्रे , सीधे किनारे वाला चाक़ू , पैमाना , चूषण टैंक , उष्मीयता नियंत्रण  भट्टी ,  फ़िल्टर पेपर , अन्शाकित जार आदि |

4.     सिद्धांत -

  IS: 272O(भाग XVI) – 1979 के अनुसार 50 मिमी० व्यास के बेलनाकार प्लंजर को 1.25 मिमी० प्रति मिनट की दर से, 150  मिमी० व्यास के सांचे में भरे मृदा पिंड में धंसाने के लिए आवश्यक मानक बल के अनुपात को कोल्लिफोर्निया धारण अनुपात कहते है |मानक भार वह भार है जो 100 %  सी ०बी०आर० मान वाले संदलित पत्थर पर परीक्षणों से प्राप्त किया जाता है| सामान्यतः यह अनुपात 2 .5 मिमी० तथा 5 . 0 मिमी० बेधन के लिए ज्ञात किया जाता है |

5.     कार्यविधि –

परिक्षण प्रतिदर्श तैयार करना –

Ø अछुब्ध प्रतिदर्श तैयार करना – 150 मिमी० व्यास का इस्पातीय कर्तन सिरा सांचे के साथ संयोजित कर देते है | सांचे को पूरा भरने तक जमीन में धीरे – धीरे ठोकते हैं | सांचे की साइडों से व नीचे से मिटटी हटा कर सांचे को बाहर निकाल कर तेज धार वाले चाकू से ऊपर व नीचे की साइडों की अतिरिक्त मिटटी हटाकर समतल कर देते हैं|

Ø छुब्ध प्रतिदर्श तैयार करना – छुब्ध प्रतिदर्श इस प्रकार तैयार किये जाते हैं की उनका शुष्क घनत्व प्रोटेक्टर  संहनन परिक्षण से प्राप्त घनत्व के सामान हो | इन प्रतिदर्शो का जलांश आवशक्तानुसार अनुकूलतम अथवा स्थलीय जलांश के अनुसार रखा जाता है|

प्रतिदर्श का परिक्षण

Ø प्रतिदर्श से भरे सांचे को आधार प्लेट सहित , परीक्षण मशीन पर सही स्थिति में रखते हैं|

Ø 2 . 5 किग्रा भार को मृदा की उपरी सतह पर रखते हैं |

Ø बेधन प्लंजर को मृदा सतह के संपर्क में लाते हैं तथा मृदा व प्लंजर के मध्य संपर्क स्थापित करने के लिए 4 . 0 किग्रा का  भार लगाते हैं | यह शुन्य भार माना जाता है|

Ø बचे हुए अधिभार को भी रख देते हैं ताकि कुल अधिभार 5 किग्रा हो जाये |

Ø डायल गेज का पाट्यक्रम शुन्य पर कर लेते है |

Ø अब सांचे पर इस प्रकार भार लगाते हैं की बेधन दर 1 . 2 मिमी० / मिनट हो जाये | 0 , 0.5 , 1.0 , 2.0 , 2.5 , 4.0 , 5.0 , 7.5 ,10.0 तथा 12 .5 मिमी० के बेधन पर भार नोट कर लेते हैं | 12.5 मिमी० अथवा उससे कम जिस भी बेधन पर अधिकतम बल लगे उसे नोट कर लेते हैं |

Ø मृदा जलांश ज्ञात करने के लिए 20 से 25 ग्राम मिटटी का नमूना निकाल लेते हैं |

6.     गणना - 

 

सी०बी०आर० मान = (चयनित बेधन पर परिक्षण भार ) / (समान बेधन पर मानक भार ) *100 %

सामान्यतः सी 0 बी० आर० मान 2.5 मिमी० तथा 5.0 मिमी धंसन के लिए ज्ञात किया जाता है | साधारणतः सी 0 बी 0 आर 0 मान 2. 5 मिमी धंसन पर 5.0 मिमी धंसन की अपेक्षा अधिक आता है | इस स्थिति में अधिकतम सी0 बी 0 आर 0  मान ही चुना जाएगा |

  इसके विपरीत यदि सी 0 बी० आर० मान 5. 0 मिमी धंसन के लिए अधिक आता है तो पुनः करना चाहिए | यदि पुनः करने पर भी 5.0 मिमी धंसन के लिए ही सी 0 बी० आर० मान अधिक आता है तब इसी मान को गणनाओ  में लिया जाना चाहिए |

तालिका – संदलित पत्थर के लिए मानक भार के मान

बेधन

मिमी में

इकाई मानक बल

किग्रा / सेमी 2  में

कुल मानक भार

किग्रा में

2.5

70

1350

5.0

105

2055

7.5

134

2630

10.0

162

3180

12.5

183

3600

 

 

7.     प्रेक्षण  तालिका

प्रतिदर्श का प्राकार = आछुब्ध/छुब्ध

अधिभार वजन =

शुष्क इकाई भार =

20 मिमी से मोटे बदले गए पदार्थ का भार =

बेधन

मिमी में

प्रुविंग रिंग के भाग

अनुरूपी भार

किग्रा

संशोधित भार

किग्रा

0.0

0.5

1.0

1.5

2.0

2.5

4.0

5.0

7.5

10.0

12.5

 

 

 

2.5 मिमी धंसन पर सी 0 बी० आर० मान =

5.0 मिमी धंसन पर सी 0 बी० आर० मान=

प्रतिदर्श का सी 0 बी० आर० अनुपात =

8.     परिणाम:

अधःस्तर मृदा प्रतिदर्श का सी 0 बी० आर० मान ...........है |

9.     सावाधानिया

Ø आधार प्लेट के छिद्र चोक नहीं होने चाहिए |

Ø सभी प्रेक्षण सावधानीपूर्वक लेने चाहिए |

Ø अधिभार वजन तथा प्लंजर सीध में होने चाहिए ताकि मृदा में मुक्त रूप से धंस सके |

10.                        परिक्षण की उपयोगिता :

कैलिफोर्नियाँ धारण अनुपात अनुभाविक मान है तथा नम्य पेवमेंट के डिजाइनर में प्रयोग होता है | अनुमानित यातायात घनत्व के अनुसार , आधार कोट तथा अधः स्तर कोट की मोटाई उनके सी 0 बी० आर० मान द्वारा ज्ञात की जा सकती है |

 

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